धनतेरस: समृद्धि का पर्व
धनतेरस, दिवाली के पांच दिवसीय त्योहार का पहला दिन है, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इसे "धन त्रयोदशी" भी कहा जाता है। इस दिन धन, समृद्धि, और स्वास्थ्य के देवता भगवान धनवंतरि और धन के देवता कुबेर की पूजा की जाती है।सनातन धर्म में इस दिन ,धन की पूजा कि जाती है,इस दिन लोग सोने, चांदी और बर्तनों की खरीदारी करते हैं, जिससे उनके घर में धन और समृद्धि आती है। मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तुएं शुभ होती हैं और घर में सुख-समृद्धि लाती हैं। धनतेरस का महत्व, "स्वास्थ्य की कामना" भगवान धनवंतरि, जो आयुर्वेद के जनक माने जाते हैं, का जन्म इसी दिन हुआ था। इसलिए, इस दिन उनके आशीर्वाद से लोग अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु की कामना करते हैं। और "यम पूजा" इस दिन यम दीप जलाने की परंपरा है। घर के बाहर दीप जलाकर यमराज से परिवार की लंबी आयु और विपत्तियों से रक्षा की प्रार्थना की जाती है और साथ ही साथ "कारोबार का शुभारंभ" व्यापारी वर्ग के लिए भी यह दिन खास होता है। वे नए खातों का शुभारंभ करते हैं और इसे व्यवसाय में उन्नति का प्रतीक मानते हैं। धनतेरस मनाने की परं...