पराली का कहर,कैसे बना दिल्ली का जहर ?*
पराली का कहर,कैसे बना दिल्ली का जहर ?
कुछ दिनों पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने समय सीमा तय की थी लेकिन दिल्ली और अन्य कई राज्यों में इस कानून का विरोध हुआ और यहां तक की दिल्ली के कनॉट प्लेस में इस बार लेजर लाइट शो का आयोजन हुआ जो हर हाल में अच्छी सोच थी लेकिन व्यापारी तबके ने इसका खुला विरोध किया ,हर व्यक्ति आश्वस्त था, अरे 1 दिन से क्या बिगड़ेगा ? दूसरे दिन न्यूज़ दिल्ली एनसीआर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 1000 के पार कर गया....पहले गाजियाबाद में,फिर नोएडा में, अब दिल्ली की बारी थी...... हर जगह एक बात सामने आई पराली का धुंआ.... क्या मुझे अच्छी तरह समझा सकते हैं यह पराली का धुआं होता क्या है ?
यहां आपको समझाना जरुरी है कि पराली असल में धान के पौधे का अवशेष होता है… जो इस समय यानी नवंबर दिसंबर के समय कंबाइन से धान को काटने में छूट जाता है, कंबाइन में एक कमी है की वो धान के नीचे का कुछ हिस्सा छोड़ देता है जिसे पराली कहा जाता है.. पहले के समय में जब हाथ से कटाई होती थी तब पराली बचती ही नहीं थी लेकिन अब किसान खेतो को साफ करने के लिए पराली को जला देते हैं जिससे कार्बन मोनोऑक्साइड नामक गैस निकलती है जो पर्यावरण के लिए बहुत ही हानिकारक है और इसी का प्रभाव दिल्ली एनसीआर में साफ देखा जा सकता है ... लेकिन क्या आपको पता है पराली का धुआं दिल्ली में आता कहां से है ?.....
आप सोच रहे होंगे केवल हरियाणा से...जी बिल्कुल नहीं... दोस्तों पराली का धुआं भारत के राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से होता हुआ दिल्ली में प्रवेश करता है और यही दिल्ली को गैस चेंबर बना रहा है लेकिन यहां एक बात बतानी भी जरूरी है कि पराली का धुआं भारत से सटे पड़ोसी देश पाकिस्तान से भी भारत में प्रवेश कर रहा है.. कुछ दिनों पहले पराली के धुएं ने आसमान में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा ली है.. आप सोच रहे होंगे कैसे ? अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कुछ तस्वीरें साझा की है इसके अनुसार पराली का धुआं उत्तर भारत के राज्यों से होता हुआ दिल्ली में प्रवेश करता साफ दिख रहा है... जारी तस्वीरों में लाल बिंदु में जलते हुए पराली को दर्शाया गया है अब आप सोच भी रहे होंगे कि सरकारें इस दिशा में कौन-कौन से काम कर रही है ? अभी कुछ दिनों पहले ही हरियाणा की सरकार ने पराली जलाने पर प्रतिबंध लगाते हुए पराली जलाने वाले को पकड़वाने पर 1000 का इनाम घोषित किया है... उत्तर प्रदेश, पंजाब में पराली जाने पर पहले से प्रतिबंध है.. इतनी प्रतिबंधों के बावजूद पराली जल कैसे जाती है.. यह सवालिया निशान भी उठता है, क्या इतने से ही प्रदूषण कम हो पाएगा ? अब यह देखने वाली बात होगी की पराली का कहर पूरे दिल्ली शहर को जहर में कैसे बदलता है ?
Have a happy and Learning Day
Prajjawal Singh (BAJMC- 1st)
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