सोशल मीडिया कैसे कर रहा है कोरोना काल में लोगों के बीच अपना काम।
सोशल मीडिया कैसे कर रहा है कोरोना काल में लोगों के बीच अपना काम।
कोरोना काल में सोशल मीडिया ने जो रोल अदा किया है उसे भी एक रिवॉर्ड तो मिलना ही चाहिए अब ये निश्चित करना होगा कि रिवॉर्ड उसके फायदे के लिए या उससे हो रही बर्बादी के लिए दिया जाना चाहिए।
एक तरफ सोशल प्लेटफॉर्म्स ने लोगों को अपने विचारों, परामर्श,हुनर,मनोरंजन,मल्टीटास्किंग की प्रदर्शनी करने की आज़ादी दी है वहीं सोशल मीडिया आलोचनाओं और वल्गैरिटी का अड्डा बनकर भी उभरा है। जिससे पूरे देश में एक अलग ही सकल इक्तियार हो गई है। जिसे बनाने में सोशल मीडिया का बहुत बड़ा हाथ है।
आज सोशल मीडिया हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है। इतनी तेज़ी से सोशल मीडिया ने लोगों की भागमभाग से ठहरी जिंदगी में अपनी जगह बनाई, कि सोशल मीडिया लोगों पर नहीं बल्कि लोग सोशल मीडिया पर निर्भर हो गए हैं। देश में लगे लॉक डाउन ने तो सोशल प्लेटफॉर्म्स की रेटिंग ही बढ़ा दी है। कोरोना वायरस ने भले ही ज़मीन पर अपना राज जमा कर सड़कों पर सन्नाटा कर दिया हो लेकिन सोशल मीडिया की सड़कों पर शोर ओर लोगों की भीड़ और उन्माद जमीनी सड़कों से भी ज्यादा दिखा है।
एक रिपोर्ट के अनुसार,दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया है। 2019 में 2.95 बिलियन लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते थे और सर्वे के अनुसार 2023 तक ये संख्या बढ़कर 3.43 बिलियन तक पहुंच जाएगी।पूरी दुनिया में खास से आम सभी की जिंदगी सोशल मीडिया के इर्दगिर्द घूमती हैं। दुनिया की 60 फीसदी आबादी ऑनलाइन आ गई है और नये रुझानों के अनुसार आने वाले सालों में यह आंकड़ा ओर बढ़ेगा,दुनिया की आबादी से आधे से अधिक लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करेंगे।
सोशल मीडिया के क्या फायदे हैं??
जवाब बहुत आसान है,सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेट फार्म है,जिसके द्वारा आज हम आसानी से एक जगह से दूसरी जगह बात कर सकते है, ऑडियो के जरिए मैसेज भेज सकते है वीडियो कॉल कर सकते है,जब किसी परिवार से कोई सदस्य सात समुंदर पार जाता था तो वो दूरी असहनीय होती थी,पर आज सोशल मीडिया के माध्यम से दोनों तरफ की पल पल जानकारी ले सकते है। सोशल मीडिया इंसानी जिंदगी का वो अहम हिस्सा बन गया जिसके बिना अब जीवन संभव नहीं लगता।
इंटरनेट का उपयोग करने वाले दुनिया भर में लोगों की संख्या 4.54 बिलियन हो गई है, जनवरी 2019 की तुलना में 7 प्रतिशत (298 मिलियन नए उपयोगकर्ता) की वृद्धि हुई है। दुनिया भर में, जनवरी 2020 में 3.80 बिलियन सोशल मीडिया उपयोगकर्ता हैं, पिछले साल की तुलना में इस बार इस संख्या में 9 प्रतिशत (321 मिलियन नए उपयोगकर्ता) की वृद्धि हुई है। वैश्विक स्तर पर, 5.19 बिलियन से अधिक लोग अब मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं, जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में 124 मिलियन (2.4 प्रतिशत) की संख्या है।
आज छोटो से लेकर बड़ों तक,बच्चो से लेकर बुजुर्गों तक सभी पीढ़ियां सोशल मीडिया से जुड़ गई हैं।
शिक्षा की शुरुआत से लेकर आने वाला भविष्य सोशल मीडिया से प्रभावित रहता हैं।आज इसी प्लेटफार्म की वजह से लोग किसी के मोहताज नहीं रहे है ।वो अपना रास्ता खुद बनाने का साहस रखते है।
सोशल मीडिया पर लोग कैसे बीता रहे हैं अपना समय?
जब से लॉक डाउन की घोषणा हुई है सभी अपने अपने घरों में कैद हो गए है ऐसे में यह बहुत बड़ी चुनौती थी कि लोग अपना समय कैसे मैनेज करेंगे। इस चुनौती को पूरा करने में सोशल प्लेटफॉर्म्स का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। लोग अपने घरों में नई नई एक्टिविटीज कर रहे हैं और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहे हैं लॉक डाउन के इस पड़ाव में उनका ज्यादातर समय फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्वीटर, व्हाट्सएप आदि प्लेटफॉर्म्स पर व्यतीत हो रहा है।
जहां एक और डीडी न्यूज़ पर रामानंद सागर द्वारा निर्मित रामायण का सुबह शाम आनंद लिया। वही समय व्यतीत करने के लिए लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक दूसरे को चुनौतियां दे रहे थे। यह चुनौतियां बेहद मजेदार हैं ।सोशलमीडिया प्लेटफॉर्म वॉट्सएप,फेसबुक,tiktok...etc पर एक दूसरे को चैलेंज दिए जा रहे हैं। जिसमें मैसेज भेजने वाला खुद उस चैलेंज को पूरा करता है और उसको आगे अपनी फ्रेंड लिस्ट में ट्रांसफर कर देता है फिर यही चैलेंज आगे रिपीट किया जाता है ।
सोशल मीडिया को ज्ञान का भण्डार कहा जा सकता है क्योंकि पल पल की देश - दुनिया की खबरें आसानी से मिल जाती हैं, कहां क्या हो रहा है क्या प्रतिक्रिया आ रही है सब आपको सैंकडों में पता चल जाता है।बड़ी से बड़ी,छोटी से छोटी बात किसी भी विषय पर आप जान सकते हो । गूगल बाबा ने सबको ज्ञानी और जानकार बना दिया है।
इस खाली समय में लोग ऑनलाइन अपनी पसंदीदा किताबें पढ़ने का शौक भी पूरा कर रहे हैं। एक शोध ग्रुप के सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, ई- बुक की मांग दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। जब से ई बुक पर किताबों का स्टॉक शुरू किया गया है लोग किताबें खरीद के पढ़ने से ज्यादा ऑनलाइन ई बुक पर पढ़ना ज्यादा पसंद करते हैं। इसका एक कारण यह भी है यहां उन्हें बहुत से ऑप्शंस मिलते हैं वह किसी भी विषय पर आसानी से अपनी पसंदीदा बुक पढ़ सकते हैं। वास्तव में देखा जाए तो ऑनलाइन किताब पढ़ने का चलन भले ही कितना बढ़ जाए पर वह किताबों की अहमियत को कभी कम नहीं कर सकता।
आज भारत में लगभग 70 से 80 करोड़ लोगों के पास मोबाइल फोन हैं। जिसमें से 25 से 30 करोड़ लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। 25 से 30 करोड़ लोगों में से 15 से 20 करोड़ लोग सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि करोड़ों लोग इससे जुड़े हैं। बड़े-बड़े राजनेता सेलिब्रिटी से लेकर आम आदमी सोशल मीडिया पर एक्टिव रहता है। आज की युवा पीढ़ी ज्यादातर समय सोशल मीडिया पर व्यतीत करती है ।
!!जय हिन्द जय भारत!!
Shivani Pal
Mjmc ii
कोरोना काल में सोशल मीडिया ने जो रोल अदा किया है उसे भी एक रिवॉर्ड तो मिलना ही चाहिए अब ये निश्चित करना होगा कि रिवॉर्ड उसके फायदे के लिए या उससे हो रही बर्बादी के लिए दिया जाना चाहिए।
एक तरफ सोशल प्लेटफॉर्म्स ने लोगों को अपने विचारों, परामर्श,हुनर,मनोरंजन,मल्टीटास्किंग की प्रदर्शनी करने की आज़ादी दी है वहीं सोशल मीडिया आलोचनाओं और वल्गैरिटी का अड्डा बनकर भी उभरा है। जिससे पूरे देश में एक अलग ही सकल इक्तियार हो गई है। जिसे बनाने में सोशल मीडिया का बहुत बड़ा हाथ है।
आज सोशल मीडिया हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है। इतनी तेज़ी से सोशल मीडिया ने लोगों की भागमभाग से ठहरी जिंदगी में अपनी जगह बनाई, कि सोशल मीडिया लोगों पर नहीं बल्कि लोग सोशल मीडिया पर निर्भर हो गए हैं। देश में लगे लॉक डाउन ने तो सोशल प्लेटफॉर्म्स की रेटिंग ही बढ़ा दी है। कोरोना वायरस ने भले ही ज़मीन पर अपना राज जमा कर सड़कों पर सन्नाटा कर दिया हो लेकिन सोशल मीडिया की सड़कों पर शोर ओर लोगों की भीड़ और उन्माद जमीनी सड़कों से भी ज्यादा दिखा है।
एक रिपोर्ट के अनुसार,दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया है। 2019 में 2.95 बिलियन लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते थे और सर्वे के अनुसार 2023 तक ये संख्या बढ़कर 3.43 बिलियन तक पहुंच जाएगी।पूरी दुनिया में खास से आम सभी की जिंदगी सोशल मीडिया के इर्दगिर्द घूमती हैं। दुनिया की 60 फीसदी आबादी ऑनलाइन आ गई है और नये रुझानों के अनुसार आने वाले सालों में यह आंकड़ा ओर बढ़ेगा,दुनिया की आबादी से आधे से अधिक लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करेंगे।
सोशल मीडिया के क्या फायदे हैं??
जवाब बहुत आसान है,सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेट फार्म है,जिसके द्वारा आज हम आसानी से एक जगह से दूसरी जगह बात कर सकते है, ऑडियो के जरिए मैसेज भेज सकते है वीडियो कॉल कर सकते है,जब किसी परिवार से कोई सदस्य सात समुंदर पार जाता था तो वो दूरी असहनीय होती थी,पर आज सोशल मीडिया के माध्यम से दोनों तरफ की पल पल जानकारी ले सकते है। सोशल मीडिया इंसानी जिंदगी का वो अहम हिस्सा बन गया जिसके बिना अब जीवन संभव नहीं लगता।
इंटरनेट का उपयोग करने वाले दुनिया भर में लोगों की संख्या 4.54 बिलियन हो गई है, जनवरी 2019 की तुलना में 7 प्रतिशत (298 मिलियन नए उपयोगकर्ता) की वृद्धि हुई है। दुनिया भर में, जनवरी 2020 में 3.80 बिलियन सोशल मीडिया उपयोगकर्ता हैं, पिछले साल की तुलना में इस बार इस संख्या में 9 प्रतिशत (321 मिलियन नए उपयोगकर्ता) की वृद्धि हुई है। वैश्विक स्तर पर, 5.19 बिलियन से अधिक लोग अब मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं, जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में 124 मिलियन (2.4 प्रतिशत) की संख्या है।
आज छोटो से लेकर बड़ों तक,बच्चो से लेकर बुजुर्गों तक सभी पीढ़ियां सोशल मीडिया से जुड़ गई हैं।
शिक्षा की शुरुआत से लेकर आने वाला भविष्य सोशल मीडिया से प्रभावित रहता हैं।आज इसी प्लेटफार्म की वजह से लोग किसी के मोहताज नहीं रहे है ।वो अपना रास्ता खुद बनाने का साहस रखते है।
सोशल मीडिया पर लोग कैसे बीता रहे हैं अपना समय?
जब से लॉक डाउन की घोषणा हुई है सभी अपने अपने घरों में कैद हो गए है ऐसे में यह बहुत बड़ी चुनौती थी कि लोग अपना समय कैसे मैनेज करेंगे। इस चुनौती को पूरा करने में सोशल प्लेटफॉर्म्स का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। लोग अपने घरों में नई नई एक्टिविटीज कर रहे हैं और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहे हैं लॉक डाउन के इस पड़ाव में उनका ज्यादातर समय फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्वीटर, व्हाट्सएप आदि प्लेटफॉर्म्स पर व्यतीत हो रहा है।
जहां एक और डीडी न्यूज़ पर रामानंद सागर द्वारा निर्मित रामायण का सुबह शाम आनंद लिया। वही समय व्यतीत करने के लिए लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक दूसरे को चुनौतियां दे रहे थे। यह चुनौतियां बेहद मजेदार हैं ।सोशलमीडिया प्लेटफॉर्म वॉट्सएप,फेसबुक,tiktok...etc पर एक दूसरे को चैलेंज दिए जा रहे हैं। जिसमें मैसेज भेजने वाला खुद उस चैलेंज को पूरा करता है और उसको आगे अपनी फ्रेंड लिस्ट में ट्रांसफर कर देता है फिर यही चैलेंज आगे रिपीट किया जाता है ।
सोशल मीडिया को ज्ञान का भण्डार कहा जा सकता है क्योंकि पल पल की देश - दुनिया की खबरें आसानी से मिल जाती हैं, कहां क्या हो रहा है क्या प्रतिक्रिया आ रही है सब आपको सैंकडों में पता चल जाता है।बड़ी से बड़ी,छोटी से छोटी बात किसी भी विषय पर आप जान सकते हो । गूगल बाबा ने सबको ज्ञानी और जानकार बना दिया है।
इस खाली समय में लोग ऑनलाइन अपनी पसंदीदा किताबें पढ़ने का शौक भी पूरा कर रहे हैं। एक शोध ग्रुप के सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, ई- बुक की मांग दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। जब से ई बुक पर किताबों का स्टॉक शुरू किया गया है लोग किताबें खरीद के पढ़ने से ज्यादा ऑनलाइन ई बुक पर पढ़ना ज्यादा पसंद करते हैं। इसका एक कारण यह भी है यहां उन्हें बहुत से ऑप्शंस मिलते हैं वह किसी भी विषय पर आसानी से अपनी पसंदीदा बुक पढ़ सकते हैं। वास्तव में देखा जाए तो ऑनलाइन किताब पढ़ने का चलन भले ही कितना बढ़ जाए पर वह किताबों की अहमियत को कभी कम नहीं कर सकता।
आज भारत में लगभग 70 से 80 करोड़ लोगों के पास मोबाइल फोन हैं। जिसमें से 25 से 30 करोड़ लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। 25 से 30 करोड़ लोगों में से 15 से 20 करोड़ लोग सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि करोड़ों लोग इससे जुड़े हैं। बड़े-बड़े राजनेता सेलिब्रिटी से लेकर आम आदमी सोशल मीडिया पर एक्टिव रहता है। आज की युवा पीढ़ी ज्यादातर समय सोशल मीडिया पर व्यतीत करती है ।
!!जय हिन्द जय भारत!!
Shivani Pal
Mjmc ii
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