एलपीजी सप्लाई करने वाली कंपनियों ने यह फैसला
कोरोना वायरस की इस संकट से जूझ रहे देश में जो लोग हमारे और आपके घरों तक गैस सिलेंडर पहुंचा रहे हैं उनके लिए अब कंपनियों ने 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि रखने का प्रावधान किया है. इस दौरान अगर कोई दुखद घटना घटती है जिसमें शोरूम में काम करने वाले किसी कर्मचारी, गोडाउन के रखरखाव की जिम्मेदारी रखने वाले कर्मचारी, मैकेनिक या फिर जो लोग घरों तक एलपीजी सिलेंडर पहुंचा रहे हैं उनके साथ कोई हादसा होता है तो उनके परिवार को यह अनुग्रह राशि दी जाएगी. आपको बता दे की
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ हुई बैठक के बाद एलपीजी सप्लाई करने वाली कंपनियों ने यह फैसला.
किया है कि कोरोना संकट से जूझ है देश में प्रधानमंत्री ने 21 दिन के लॉकडाउन का एलान किया है. लेकिन इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने इस बात की भी घोषणा की है कि लोगों को रोजमर्रा में काम आने वाली चीजों की किल्लत नहीं होने दी जाएगी. इसी के साथ साथ में खाने-पीने की दुकानों से लेकर पेट्रोल पंप और गैस सिलेंडर पहुंचाने वाली एजेंसियां लगातार खुली हुई हैं और इन जगहों पर लोग लॉकडाउन के हालातों के बावजूद काम कर रहे हैं.
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जब तेल कंपनियों के साथ इस सिलसिले में चर्चा की तो यह तय किया गया कि जो लोग ऐसे हालातों में भी काम कर रहे हैं और लोगों के घरों तक गैस सिलेंडर पहुंचाने की जिम्मेदारी उठाए हुए हैं उनकी सुरक्षा को लेकर भी कदम उठाए जाने की जरूरत है जिसके बाद गैस सप्लाई करने वाली कंपनियों ने अनुग्रह राशि देने का यह फैसला लिया है. कंपनियों के फैसले से देश के हज़ारों लोगों को रक्षा कवच मिलेगा जो करोड़ों लोगों के घरों तक इन हालातों में भी गैस सिलेंडर पहुंचाने के काम में लगे हुए हैं.
Neha Pandey
MAMC-i i
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ हुई बैठक के बाद एलपीजी सप्लाई करने वाली कंपनियों ने यह फैसला.
किया है कि कोरोना संकट से जूझ है देश में प्रधानमंत्री ने 21 दिन के लॉकडाउन का एलान किया है. लेकिन इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने इस बात की भी घोषणा की है कि लोगों को रोजमर्रा में काम आने वाली चीजों की किल्लत नहीं होने दी जाएगी. इसी के साथ साथ में खाने-पीने की दुकानों से लेकर पेट्रोल पंप और गैस सिलेंडर पहुंचाने वाली एजेंसियां लगातार खुली हुई हैं और इन जगहों पर लोग लॉकडाउन के हालातों के बावजूद काम कर रहे हैं.
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जब तेल कंपनियों के साथ इस सिलसिले में चर्चा की तो यह तय किया गया कि जो लोग ऐसे हालातों में भी काम कर रहे हैं और लोगों के घरों तक गैस सिलेंडर पहुंचाने की जिम्मेदारी उठाए हुए हैं उनकी सुरक्षा को लेकर भी कदम उठाए जाने की जरूरत है जिसके बाद गैस सप्लाई करने वाली कंपनियों ने अनुग्रह राशि देने का यह फैसला लिया है. कंपनियों के फैसले से देश के हज़ारों लोगों को रक्षा कवच मिलेगा जो करोड़ों लोगों के घरों तक इन हालातों में भी गैस सिलेंडर पहुंचाने के काम में लगे हुए हैं.
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