कोरोना लॉकडाउन: देश को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांट सकती है मोदी सरकार, जानें कहां क्या होगा
देश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है और इसके मरीजों की संख्या 8300 पार कर गई है। इस बीच खबर है कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लॉकडाउन बढ़ाने के प्रस्ताव पर केंद्र की मोदी सरकार देश को तीन जोन में बांट सकती है। सरकारी सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार कोविड-19 मामलों की संख्या के आधार पर देश को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटने पर विचार कर रही है। इस तरह के जोन में बांट कर सरकार कुछ छूट दे सकती है। बता दें कि लॉकडाउन की मियाद 14 अप्रैल को खत्म हो रही है और कई राज्यों ने इसे बढ़ाने की मांग की है।
रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन
सरकारी अधिकारियों के हवाले से समाचार एजेंसी पीटीआई ने कहा कि जहां सबसे ज्यादा कोरोना के केस आए हैं, उसे रेड जोन में रखा जाएगा। रेड जोन में पूरी तरह लॉकडाउन होगा और इसमें वे इलाके शामिल होंगे जहां संक्रमित लोगों की संख्या बहुत अधिक है। ऑरेंज जोन में वे इलाके या जिले शामिल होंगे, जहां कोरोना वायरस के काफी कम मामले सामने आए हैं और पॉजिटिव मामलों की संख्या मे कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। ऑरेंज जोन वाले इलाकों में फसलों को काटने और सीमित पब्लिक ट्रांसपोर्ट की इजाजत दी जा सकती है। वहीं, ग्रीन जोन में उन इलाकों को शामिल किया जाएगा जहां कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है।
ग्रीन जोन में आने वाले कुछ छोटे उद्योगों को भी खोलने की इजाजत दी जा सकती है, मगर कर्मचारियों को कंपनी में ही रहने को कहा जा सकता है। साथ ही उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करना होगा। बता दें कि सरकार पहले ही इस ओर इशारा कर चुकी है कि देश को पूरी तरह से लॉकडाउन नहीं किया जाएगा।
पीएम मोदी ने दिए थे लॉकडाउन के संकेत, मगर
शनिवार को मुख्यमंत्रियों संग बैठक में पीएम मोदी ने संकेत दिया था कि कोरोना को लेकर पाबंदियां जारी रहेंगी, हालांकि, उन्होंने कुछ छूट रहे की ओर भी इशारा किया। उन्होंने कहा, 'पहले हमारा मंत्रा था जान है तो जहान है, मगर अब मंत्र हो गया है जान भी, जहान भी। जब मैंने राष्ट्र के नाम संदेश दिया था, तो शुरू में बल दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंशिंग का पालन बहुत आवश्यक है। देश के अधिकतर लोगों ने बात को समझा और घरों में रहकर दायित्व निभाया। मगर अब भारत के उज्ज्वल भविष्य, समृद्ध और स्वस्थ भारत के लिए जान भी जहान भी, दोनों पहलुओं पर ध्यान आवश्यक है। अब देश का प्रत्येक व्यक्ति जान भी और जहान भी, दोनों की चिंता करते हुए अपने दायित्व निभाएगा, सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करेगा।'
माना जा रहा है कि मोदी सरकार कुछ उद्योग धंधों को छूट दे सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि मोदी सरकार ने पहले ही मछली पालन और बिक्री से जुड़ी गतिविधियों को लॉकडाउन से छूट दे दी है। शुक्रवार को केंद्र सरकार ने मछलियां पकड़ने या समुद्री जलीय उद्योग को लॉकडॉउन से छूट देने के लिए आदेश जारी किया। इसके साथ ही मछली बेचने, खरीदने और उनकी पैकेजिंग समेत विभिन्न समुद्री गतिविधियों के लिए छूट मिल गई है।
किन राज्यों ने बढ़ा दिया है लॉकडाउन
फिलहाल, देशव्यापी लॉकडाउन को बढ़ाना का फैसला नहीं लिया गया है। मगर 14 अप्रैल को खत्म हो रहे लॉकडाउन से पहले ही कई राज्यों ने 30 अप्रैल तक इसकी अवधि बढ़ा दी है। ओडिशा, पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र की सरकारों ने 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने का ऐलान कर दिया है।
देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 900 से अधिक नए मामले दर्ज किये जाने के साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8356 हो गई और इस दौरान इस संक्रमण के कारण 34 लोगों की मौत हो जाने से मरने वालों की संख्या 273 पर पहुंच गई। पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 909 नये मामले सामने आने के साथ ही अब तक इसके कुल 8356 मामलों की पुष्टि हुई है जिनमें 1 विदेशी मरीज शामिल हैं। अभी तक कोरोना संक्रमित 716 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
Muskan Rastogi
Bjmc-ii
रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन
सरकारी अधिकारियों के हवाले से समाचार एजेंसी पीटीआई ने कहा कि जहां सबसे ज्यादा कोरोना के केस आए हैं, उसे रेड जोन में रखा जाएगा। रेड जोन में पूरी तरह लॉकडाउन होगा और इसमें वे इलाके शामिल होंगे जहां संक्रमित लोगों की संख्या बहुत अधिक है। ऑरेंज जोन में वे इलाके या जिले शामिल होंगे, जहां कोरोना वायरस के काफी कम मामले सामने आए हैं और पॉजिटिव मामलों की संख्या मे कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। ऑरेंज जोन वाले इलाकों में फसलों को काटने और सीमित पब्लिक ट्रांसपोर्ट की इजाजत दी जा सकती है। वहीं, ग्रीन जोन में उन इलाकों को शामिल किया जाएगा जहां कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है।
ग्रीन जोन में आने वाले कुछ छोटे उद्योगों को भी खोलने की इजाजत दी जा सकती है, मगर कर्मचारियों को कंपनी में ही रहने को कहा जा सकता है। साथ ही उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करना होगा। बता दें कि सरकार पहले ही इस ओर इशारा कर चुकी है कि देश को पूरी तरह से लॉकडाउन नहीं किया जाएगा।
पीएम मोदी ने दिए थे लॉकडाउन के संकेत, मगर
शनिवार को मुख्यमंत्रियों संग बैठक में पीएम मोदी ने संकेत दिया था कि कोरोना को लेकर पाबंदियां जारी रहेंगी, हालांकि, उन्होंने कुछ छूट रहे की ओर भी इशारा किया। उन्होंने कहा, 'पहले हमारा मंत्रा था जान है तो जहान है, मगर अब मंत्र हो गया है जान भी, जहान भी। जब मैंने राष्ट्र के नाम संदेश दिया था, तो शुरू में बल दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंशिंग का पालन बहुत आवश्यक है। देश के अधिकतर लोगों ने बात को समझा और घरों में रहकर दायित्व निभाया। मगर अब भारत के उज्ज्वल भविष्य, समृद्ध और स्वस्थ भारत के लिए जान भी जहान भी, दोनों पहलुओं पर ध्यान आवश्यक है। अब देश का प्रत्येक व्यक्ति जान भी और जहान भी, दोनों की चिंता करते हुए अपने दायित्व निभाएगा, सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करेगा।'
माना जा रहा है कि मोदी सरकार कुछ उद्योग धंधों को छूट दे सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि मोदी सरकार ने पहले ही मछली पालन और बिक्री से जुड़ी गतिविधियों को लॉकडाउन से छूट दे दी है। शुक्रवार को केंद्र सरकार ने मछलियां पकड़ने या समुद्री जलीय उद्योग को लॉकडॉउन से छूट देने के लिए आदेश जारी किया। इसके साथ ही मछली बेचने, खरीदने और उनकी पैकेजिंग समेत विभिन्न समुद्री गतिविधियों के लिए छूट मिल गई है।
किन राज्यों ने बढ़ा दिया है लॉकडाउन
फिलहाल, देशव्यापी लॉकडाउन को बढ़ाना का फैसला नहीं लिया गया है। मगर 14 अप्रैल को खत्म हो रहे लॉकडाउन से पहले ही कई राज्यों ने 30 अप्रैल तक इसकी अवधि बढ़ा दी है। ओडिशा, पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र की सरकारों ने 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने का ऐलान कर दिया है।
देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 900 से अधिक नए मामले दर्ज किये जाने के साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8356 हो गई और इस दौरान इस संक्रमण के कारण 34 लोगों की मौत हो जाने से मरने वालों की संख्या 273 पर पहुंच गई। पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 909 नये मामले सामने आने के साथ ही अब तक इसके कुल 8356 मामलों की पुष्टि हुई है जिनमें 1 विदेशी मरीज शामिल हैं। अभी तक कोरोना संक्रमित 716 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
Muskan Rastogi
Bjmc-ii
Comments
Post a Comment