अ वर्ल्ड वार vs कोरोना वायरस

इस वर्ल्ड वॉर का आगाज पूरे विश्व में खुद को सर्वशक्तिमान समझने वाले देश "चीन" से हुई। चीन के वुहान शहर से सर्वप्रथम इस जंग का ऐलान हुआ । जो धीरे-धीरे पूरे विश्व में फैलती गई । इराक,स्पेन, जापान,अमेरिका जैसे महान शक्तिशाली देश भी इसके आगे घुटने टेकने के लिए मजबूर हो गए हैं।

कोरोना वायरस पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा शत्रु बनकर खड़ा हो गया है। जिसका सामना करने में बड़े से बड़े महाशक्तिशाली देशों की भी कमर टूट गई है। ऐसे में भारत में कोरोना वायरस से बच पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। इसका अंदाजा लगाना कोई बड़ी बात नहीं है । भारत के प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य मंत्रालय से लेकर सभी प्रशासनिक छोटे-बड़े अधिकारी,कर्मचारी, डॉक्टर्स,नर्सेज,मेडिकल स्टाफ इस जंग के लिए अपनी कमर कस ली हैं।

किसने सोचा था कि वक़्त का ऐसा तकाजा भी देखने को मिलेगा। जहां कुछ महीने पहले देश में चारों और महिला सुरक्षा को लेकर त्राहि-त्राहि मच रही थी। पूरा देश सड़कों पर उतर आया था। एक महिला डॉक्टर के गुनाहगारों को शूट एंड साइट करके पुलिस ने शायद अपनी लापरवाही का पश्चाताप किया। वहीं दूसरी तरफ पूरा देश एनआरसी-सीएए के बीच पिस रहा था। चारों तरफ नफरत की आग जल रही थी। लोग अपने सारे काम छोड़ कर सड़कों पर उतर आए थे ।

वही एक बेटी को 7 साल बाद इंसाफ मिला। न्याय की जीत हुई। एक मां के कलेजे को 7 साल बाद सुकून मिला। एनआरसी सीएए के मुद्दे ने इस तरह तूल पकड़ा कि पुलिस प्रशासन व जनता के बीच मानो जानी- दुश्मन जैसा माहौल बनने लगा था।




एक और देश की अर्थव्यवस्था में आ रही गिरावट विश्लेषकों को परेशान कर रही थीं। वहीं सरकार देश की शांति ना भंग होने के इलाज को खोज रही थी।

वक्त ने ऐसा पड़ा पलटा कि सब कुछ चारों खाने चित हो गया। कौन सही, कौन गलत,किसका अधिकार, किसकी जिम्मेदारी सब एक कोने में पसर कर रह गए। देश में ऐसी विपत्ति आ खड़ी हुई कि देश के मुखिया  को खुद यह कहना पड़ा कि पहले अपनी जान बचा लीजिए । जान है तो जहान है! इस वायरस को लेकर तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं।

चीन के वुहान से  चला ये वायरस भारत में जिस तरह अपने पैर पसारने की कोशिश कर रहा है । उसके नापाक इरादों को ना मुकम्मल बनाने में पूरा देश व राज्य सरकारें जुट गई हैं। हजारों की तादाद में लोगों को अपनी चपेट में ले चुका यह वायरस अपनी गति को तीव्र करता जा रहा है। मानो पुराणिक कथा में हिरण्यकश्यप की भांति इसे ब्रह्मा जी से वरदान मिला हो परंतु हर बुराई का अंत निश्चित होता है। कोरोना नामक इस विनाशकारी वायरस का अंत भी निश्चित है। और बहुत जल्द इसका विनाश भी होगा।

उसके लिए बिना किसी भेदभाव द्वेष के एकजुटता के साथ नियमों और मर्यादाओं का पालन करते हुए हमें कोरोना से मुक्ति पानी होगी। क्योंकि यही इसका एकमात्र विनाशकारी यंत्र है। जिसके माध्यम से इसका सर्वनाश किया जा सकता है।

Shipani pal
Mjmc-ii

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