नहीं रहे योगी के पिता आनंद सिंह बिस्ट !
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता, आनंद सिंह बिष्ट का निधन हो गया है। सोमवार सुबह दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी हालत गंभीर थी और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। पिता के निधन की खबर मिलने के बावजूद योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद का दायित्व पूरा किया और मीटिंग छोड़कर नहीं गए।
जब पिता का निधन हुआ, उस वक्त योगी आदित्यनाथ लखनऊ में थे। वे अपनी कोर टीम के साथ लॉकडाउन में ढील और आगे की कार्रवाई को लेकर चर्चा कर रहे थे। सूत्रों के मुताबिक, इसी मीटिंग के बीच उन्हें यह दुखद समाचार दिया गया। मगर वह विचलित नहीं हुए और बैठक पूरी करने के बाद ही उठे। मीटिंग में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोटा से लौटे बच्चों का होम क्वारंटीन में रहना सुनिश्चित कराया जाए। साथ ही उनके मोबाइल में Aarogya Setu ऐप डाउनलोड कराने के बाद ही उन्हें घर भेजा जाए।
89 साल के आनंद सिंह बिष्ट का इलाज एम्स के गैस्ट्रो डिपार्टमेंट में चल रहा था। डॉक्टर्स के मुताबिक, उन्हें किडनी और लिवर की समस्या थी। वह आईसीयू में भर्ती थे और उनका डायलिसिस भी हो रहा था। गैस्ट्रो डिपार्टमेंट में डॉ. विनीत आहूजा की टीम उनका इलाज कर रही थी। डॉक्टरों के जवाब देने के बाद, उन्हें एयर एम्बुलेंस के जरिए पैतृक गांव में शिफ्ट करने की तैयारी चल ही रही थी कि इसी बीच उनका निधन हो गया। यूपी के अडिशनल चीफ सेक्रटरी (होम) अवनीश अवस्थी ने कहा, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता का आज सुबह 10 बजकर 44 मिनट पर स्वर्गवास हो गया है।'
आनंद सिंह बिष्ट फॉरेस्ट रेंजर थे। उत्तराखंड के अलग राज्य बनने से पहले ही, 1991 में वे रिटायर हो चुके थे। उसके बाद से यमकेश्वर के पंचूर गांव में रहते आए थे। योगी के बचपन का नाम अजय सिंह बिष्ट है। वह बालकाल में ही परिवार को त्याग कर गोरखपुर में महंत अवेद्यनाथ के पास चले गए थे। महंत अवेद्यनाथ के महापरिनिर्वाण के बाद योगी आदित्यनाथ को गोरक्षपीठ का प्रमुख बनाया गया था।
Kaushlendr Raj Shukla
Bjmc- ii
जब पिता का निधन हुआ, उस वक्त योगी आदित्यनाथ लखनऊ में थे। वे अपनी कोर टीम के साथ लॉकडाउन में ढील और आगे की कार्रवाई को लेकर चर्चा कर रहे थे। सूत्रों के मुताबिक, इसी मीटिंग के बीच उन्हें यह दुखद समाचार दिया गया। मगर वह विचलित नहीं हुए और बैठक पूरी करने के बाद ही उठे। मीटिंग में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोटा से लौटे बच्चों का होम क्वारंटीन में रहना सुनिश्चित कराया जाए। साथ ही उनके मोबाइल में Aarogya Setu ऐप डाउनलोड कराने के बाद ही उन्हें घर भेजा जाए।
89 साल के आनंद सिंह बिष्ट का इलाज एम्स के गैस्ट्रो डिपार्टमेंट में चल रहा था। डॉक्टर्स के मुताबिक, उन्हें किडनी और लिवर की समस्या थी। वह आईसीयू में भर्ती थे और उनका डायलिसिस भी हो रहा था। गैस्ट्रो डिपार्टमेंट में डॉ. विनीत आहूजा की टीम उनका इलाज कर रही थी। डॉक्टरों के जवाब देने के बाद, उन्हें एयर एम्बुलेंस के जरिए पैतृक गांव में शिफ्ट करने की तैयारी चल ही रही थी कि इसी बीच उनका निधन हो गया। यूपी के अडिशनल चीफ सेक्रटरी (होम) अवनीश अवस्थी ने कहा, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता का आज सुबह 10 बजकर 44 मिनट पर स्वर्गवास हो गया है।'
आनंद सिंह बिष्ट फॉरेस्ट रेंजर थे। उत्तराखंड के अलग राज्य बनने से पहले ही, 1991 में वे रिटायर हो चुके थे। उसके बाद से यमकेश्वर के पंचूर गांव में रहते आए थे। योगी के बचपन का नाम अजय सिंह बिष्ट है। वह बालकाल में ही परिवार को त्याग कर गोरखपुर में महंत अवेद्यनाथ के पास चले गए थे। महंत अवेद्यनाथ के महापरिनिर्वाण के बाद योगी आदित्यनाथ को गोरक्षपीठ का प्रमुख बनाया गया था।
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