महाभारत के "भीम" रियल लाइफ में भी है उतने ही तकतवार।
Lइन दिनों पूरे भारत देश में कोरोना की वजह से लॉकडॉन् है जहाँ पीएम मोदी की आदेश पर लोगों के लिए 80 के दशक के नाटकों को दोबारा लोगों के दिलो में एक बार फिर से जिंदा कर दिया है। जिसमे से रामायण, महाभारत और शक्तिमान जैसे नाटक शामिल हैं। लेकिन आप शायद ये नहीं जानते की महाभारत के "भीम" एशियाड के गोल्ड मेडलिस्ट रेह चुके है। अपनी लम्बी कद- काठी से पहचने जाने वाले 'भीम' वाले प्रवीण पाँच पांडवों में से एक थे, जिनका असली नाम 'प्रवीण कुमार सोबती' है। असल में भीम उफ़ प्रवीण कुमार 'हैमर थ्रो' के खिलाडी रेह चुके हैं। जो की एशिया के बेहतरीन खिलाडियो में से एक है। 1996 मे कॉमनवेलथ गेम्स में उन्हें खेलने का मौका मिला। जहाँ उन्होंने डिस्कस थ्रो मे शिल्वर् मैडल जीता। साथ ही उन्होंने सन् 1972 मे जर्मनी मै हुए Olympic Games मे भी हिसा लिया।
महाभारत जैसे शो में कम से पहले प्रवीण कुमार ने एक इंटरव्यू में यहाँ भी बतया की वक़्त जिम वरेगा नही हुआ करती थी तो माँ की अनाज पीसने वाली सिलियो से ही उन्हें उठा कर वजन दार प्रैक्टिस किया करते थे।
जो की सुबह 3 बजे से सूरज निकलने तक प्रैक्टिस किया करते थे। उन्होंने अपने इंटरव्यू में यहाँ भी बतया की उन्होंने ऐसा शरीर बनाने में 3 साल लगे।
इंटरव्यू के दोरान प्रवीण कुमार ने यहाँ भी बताया कि जब वे ओलंपिक के लिए त्यार हो रहे थे तब उनकी मुलाकात डिरेक्टर बीआर चोपड़ा से हुई। उस मुलाकात के बाद बीआर चोपड़ा ने प्रवीण कुमार को एक साल बाद मुंबई बुला लिया, जहाँ उन्होंने कई छोटे पर्दो पर भी कम किया। लेकिन उनकी जिंदगी का अहम मोड तब आया जब उन्हें महाभारत के "भीम" के लिए चुना गया।
पूरी कास्ट चुन लि गयी थी लेकिन भीम के किरदार के लिए डिरेक्टर बीआर चोपड़ा काफी परेशान थे लेकिन उन्होंने प्रवीण को इस प्रकार भापा की उनकी दुनिया खेल से निकल कर पर्दे पर आ गयी। तो कुछ इस तरह लोगों के मन पसंद किरदार भीम लोगों के दिलो में घर कर गये।।।।
Aarti Tomar
Bjmc-vi
महाभारत जैसे शो में कम से पहले प्रवीण कुमार ने एक इंटरव्यू में यहाँ भी बतया की वक़्त जिम वरेगा नही हुआ करती थी तो माँ की अनाज पीसने वाली सिलियो से ही उन्हें उठा कर वजन दार प्रैक्टिस किया करते थे।
जो की सुबह 3 बजे से सूरज निकलने तक प्रैक्टिस किया करते थे। उन्होंने अपने इंटरव्यू में यहाँ भी बतया की उन्होंने ऐसा शरीर बनाने में 3 साल लगे।
इंटरव्यू के दोरान प्रवीण कुमार ने यहाँ भी बताया कि जब वे ओलंपिक के लिए त्यार हो रहे थे तब उनकी मुलाकात डिरेक्टर बीआर चोपड़ा से हुई। उस मुलाकात के बाद बीआर चोपड़ा ने प्रवीण कुमार को एक साल बाद मुंबई बुला लिया, जहाँ उन्होंने कई छोटे पर्दो पर भी कम किया। लेकिन उनकी जिंदगी का अहम मोड तब आया जब उन्हें महाभारत के "भीम" के लिए चुना गया।
पूरी कास्ट चुन लि गयी थी लेकिन भीम के किरदार के लिए डिरेक्टर बीआर चोपड़ा काफी परेशान थे लेकिन उन्होंने प्रवीण को इस प्रकार भापा की उनकी दुनिया खेल से निकल कर पर्दे पर आ गयी। तो कुछ इस तरह लोगों के मन पसंद किरदार भीम लोगों के दिलो में घर कर गये।।।।
Aarti Tomar
Bjmc-vi
It's amazing
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