प्रकृति से मेल
देश में इस महामारी की वजह से लोगों को घरों में रहने पर मजबूर कर दिया है ऐसे में हमारी दिनचर्या थोड़ी अस्त व्यस्त सी हो जाती है. खाने-पीने के साथ-साथ कामकाज में बदलाव भी आ जाते हैं,ऐसे में हम अपना कीमती समय कैसे काम में लाए. आज हम सबको घरों में रहना पढ़ रहा है जिस वजह से प्रकृति को भी कम नुकसान हो रहा है, ऐसे में वायु में गुणवत्ता-साफ वातावरण देखने को मिल रहा है. हम अपने समय का सही इस्तेमाल हमारे आसपास की चीजों में ध्यान लगाकर ही कर सकते हैं. हमारे घरों में लगे पेड़-पौधों की देखभाल कर अपना समय खुद के साथ साथ प्रकृति को भी दे सकते हैं. यह पौधे थोड़ी सी देखभाल में ही हमें ढेरों फायदे पहुंचाते हैं. हमारे मन का रिश्ता अगर एक बार प्रकृति की डोर से जुड़ जाए तो मानव शरीर की सारी समस्याएं ही दूर हो जाती हैं. जिसके साथ ही मानसिक और शारीरिक शांति का भी अवसर प्राप्त होता है पेड़ पौधों के हरे रंग की तरह जिंदगी भी हरी भरी हो ऐसा हर इंसान चाहता है बस वो इसे पाने के लिए कभी-कभी स्वार्थी हो जाता है.
प्रकृति की न जाने कितनी खूबसूरत नजारे हैं जिससे हमें एक बार तो रूबरू होना ही चाहिए. इस मुश्किल घड़ी में अपना साथी प्रकृति को बनाए और उससे आपकी जिंदगी में बदलाव आप ख़ुद महसूस करेंगे. अपने समय का सदुपयोग करें अपनों का ध्यान रखें.
Shabana
Bjmc-ii
प्रकृति की न जाने कितनी खूबसूरत नजारे हैं जिससे हमें एक बार तो रूबरू होना ही चाहिए. इस मुश्किल घड़ी में अपना साथी प्रकृति को बनाए और उससे आपकी जिंदगी में बदलाव आप ख़ुद महसूस करेंगे. अपने समय का सदुपयोग करें अपनों का ध्यान रखें.
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