इतने ग्रहों के बावजूद,हम धरती पर ही क्यों रहते हैं?

पूरी दुनिया 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस यानी अर्थ डे के रूप में मनाती है| मनोवैज्ञानिक रूप से यह साबित हुआ है कि हमारी धरती हमेशा किसी न किसी आपदा का सामना कर रही होती है| इस पृथ्वी ने ना जाने कितनी बार कितने आपदाओं और दिक्कतों का सामना किया है,कई दफा इसी दौरान पूरी संसार का नवनिर्माण भी हुआ है| हर वर्ष प्रकृति अपने विकृत रूप से बड़ी संख्या में लोगों को मार देती है| ऐसी विपत्तियों का सामना करने के बावजूद हम पृथ्वी पर ही क्यों रहते हैं| आखिर क्यों? हम किसी और ग्रह पर जाकर नहीं बस सकते| इन्हीं सवालों के जवाब को ढूंढा गया है,अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के एक शोध के द्वारा| नासा ने अर्थ डे की 50वीं सालगिरह पर,यहां रहने के 9 कारणों का विश्लेषण किया है|



1.हम साफ और स्वच्छ हवा में सांस ले पा रहे हैं। दरअसल यह मुमकिन हो पाया है क्योंकि अर्थ पर ऑक्सीजन और अन्य गैसों की सही और उपयुक्त मात्रा मौजूद है| जबकि मंगल या किसी दूसरे ग्रहों पर सांस लेने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर का इस्तेमाल करना पड़ता हैं|

2.हमारी पृथ्वी पर उचित मात्रा में ग्रेविटेश्नल फोर्स है और धरती पर टिके रहने के लिए मजबूत और समतल सतह भी है|

3.पृथ्वी पर प्रकृति द्वारा एक बहुत खूबसूरत तोहफा मिला है-बदलता मौसम जो कि और किसी ग्रह पर मुमकिन नहीं है|

4.धरती पर बिल्कुल सटीक मात्रा में ग्रेविटी उपस्थित है,जिसके कारण हम सीधे खड़े होकर आसानी से चल सकते हैं|

5.हम इस बात के लिए पृथ्वी के शुक्रगुजार हैं कि यहां राहत पहुंचाने वाली ठंडी बयार बहती है,जिसकी गति बेहद संतुलित है|

6.हमारी पृथ्वी अंतरिक्ष से काफी सुंदर दिखती है। पृथ्वी के नीले,सफेद और हरे रंग से यह प्रतीत होता है कि यहां बर्फ,नदियों और पेड़-पौधों की उपलब्धता है|

7.धरती से हमें आसमान का साफ नजारा दिखता है।यहां उपयुक्त मात्रा में वर्षा होती है और संतुलित मात्रा में धूप भी मिलती है|

8.हमारी धरती पर जमीन और पानी के हिस्सों का संतुलन काफी बेहतर है|

9.हमारी धरती पर कई मरतबा,हमें रंग-बिरंगे बादलों का दृश्य देखने को मिलता है,लेकिन हमें यह कभी कोई नुकसान नहीं पहुंचाते|


Nisha Kashyup
Bjmc-ii

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